अहंकारी सरकार ज्यादा दिन तक नही टिक सकती : सोनिया गाँधी

       

अहंकारी सरकार ज्यादा दिन तक नही टिक सकती  - सोनिया गाँधी



किसानों के आंदोलन को 40 दिन होने को आ रहे है, किसानों के मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार अबतक कोई भी हल तलाशने में नाकाम रही है । दिल्ली में मौसम विभाग के अनुसार रिकार्ड स्तर पर सर्दी है । बीते शुक्रवार का दिन इन 15 सालों में सबसे ठंडा रहा । ठंड के साथ किसानों को शनिवार और रविवार को बारिश का भी सामना करना पड़ा । लेकिन ऐसे मुष्किल हालातों में भी किसानों का केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ़ विरोध और मजबूत होता दिख रहा है । देश हर छोटे-बड़े शहरों में से किसानों के काफिले दिन-ब-दिन दिल्ली पहुंच रहे है ।


किसानों के आंदोलन को लेकर काँग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर तीखा हमला किया है । सोनिया गाँधी ने कहा है के आजादी के बाद पहली बार ऐसी अहंकारी सरकार सत्ता में आई है जिसे देश के अन्नदाताओं की तकलीफें नही दिख रही । लोकतंत्र में जनता की भावनाओं को नजरअंदाज करने पर कोई भी सरकार ज्यादा दिन तक नही चल सकती । केंद्र सरकार को चाहिए के तात्काल किसी भी शर्त के बिना तिनों कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिए । 




सोनिया गाँधी ने कहा के 'थकाकर' आंदोलन को तोडने वाले निती से किसान टूटने वाले नही है । मोदी सरकार को अपना अहंकार बाजू में रखकर राजधर्म को निभाना चाहिए । ठंड और बरसात में किसान मर रहे है । यह तिनों काले कानुन वापस लेकर किसानों का विरोध प्रदर्शन खत्म कर देना चाहिए, यही मारे गए किसानों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी ।

उन्होंने आगे कहा कि 39 दिनों से लगातार ठंड और बारिश में प्रदर्शन कर रहे किसानों के हालात को देखकर विचलित हूं । केंद्र सरकार की निष्ठुरता की वजह से अबतक 50 से ज्यादा किसान मारे जा चुके है । कुछ लोग सरकार के फैसलों के खिलाफ आत्महत्या जैसे कदम उठाने को मजबुर हुए है । अबतक ना ही ह्रदयविहीन प्रधानमंत्री मोदी और ना कोई मोदी सरकार में मंत्री इन किसानों के बारे मे संवेदना में एक शब्द भी नही कहे । ईश्वर से प्रार्थना करती हूँ कि सभी मारे गए किसान भाइयों के परिवार वालों को इस दुख को सहने की ताकत दे."






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