शिवसेना इस राज्य के चुनाव में हिस्सा लेकर बिगाड़ सकती है बीजेपी का खेल

शिवसेना इस राज्य के चुनाव में हिस्सा लेकर बिगाड़ सकती है बीजेपी का खेल 


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शिवसेना के संस्थापक अध्यक्ष बाला साहब ठाकरे को महाराष्ट्र भर में ही नही पुरे भारत भर में आस्था के नजरों से देखा जाता है । उनके पुत्र उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के कुर्सी पर विराजमान है । वह भी हमेशा हिंदुत्व की बात करते आए है । लेकिन महाराष्ट्र में शिवसेना, बीजेपी से अलग होकर काँग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस के साथ गठबंधन कर सरकार स्थापन की हुई है ।

एक वक़त था जब दोनों पार्टियों के नेता एक ही थाली में खाना खाया करते थे । दोनों दल अलग होते हुए भी कार्यकर्ता एक दुसरे पार्टी के नेताओं की इज्ज़त करते हुए दिखाई देते हैं ।

मिडिया रिपोर्ट्स अनुसार शिवसेना पश्चिम बंगाल में होने जा रहे चुनाव में उतर सकती है । शिवसेना वहाँ तकरीबन 100 उम्मीदवार देने का विचार कर रही है ।

शिवसेना कोलकाता, हुगली, दमदम समेत कई इलाकों में अपने उम्मीदवार खड़े करेगी । हालांकि चुनाव लड़ने पर अंतिम निर्णय 29 जनवरी को पार्टी मीटिंग में लिया जा सकता है ।

मीडिया रिपोर्ट्स अनुसार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पश्चिम बंगाल का दौर भी कर सकते है ।

बीजेपी और शिवसेना की विचारधारा एक होने के कारण बीजेपी को इसका अच्छा खासा नुकसान हो सकता है ।  दोनों पार्टियाँ हिंदुत्व की ही बात करती है । ऐसे मे बीजेपी के खिलाफ़ उम्मीदवार देने से वोटों का बंटवारा होगा, ऐसा माना जा रहा है ।

शिवसेना ने इस बार हुए बिहार विधानसभा चुनाव में भी हिस्सा लेकर अपने तकरीबन 25 उम्मीदवार वहाँ खडे किए थे । जानकारों के मुताबिक इस विधानसभा चुनाव से पहले हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी को ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा था । लेकिन इस बार कोई भी बड़ा नेता शिवसेना का चुनाव प्रचार के लिए नही दिखा । इस बार बिहार में हुए विधानसभा चुनावों में शिवसेना के अपेक उम्मीदवारों की जमानत भी गंवा दी थी ।

महाराष्ट्र में शिवसेना और बीजेपी के बीच संघर्ष चल रहा है । बीजेपी को नुकसान पहुंचाने के लिए और अपना संगठन महाराष्ट्र के बाहर भी विस्तारित करने के लिए शिवसेना प्रयत्नशील है । शिवसेना की छवि हिंदुत्ववादी होने के कारण कहीं न कहीं बीजेपी को पश्चिम बंगाल में कुछ छोटे-मोटे नुकसान को सहन करना पडेगा । सूत्रों के मुताबिक पश्चिम बंगाल में जहाँ हिंदु समुदाय की आबादी ज्यादा है, ऐसे क्षेत्रों में शिवसेना अपने उम्मीदवार उतार कर बीजेपी के सामने मुसीबत खड़ी करेगी ।

बीजेपी के लिए पश्चिम बंगाल जितना अब इज्जत का सवाल बन चुका है । बीजेपी के कद्दावर नेता पश्चिम बंगाल के लगातार दौरे पर है । ऐसे में शिवसेना के उम्मीदवार देने से बीजेपी के वोट बिखरने का खतरा है । जानकारों के मुताबिक शिवसेना को यहाँ ताकत के साथ उतरना चाहिए, वरना यहाँ भी बिहार जैसा हाल होगा ।

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