बीजेपी के विधायक गुंडे लेकर आए ; किसान नेताओं का बीजेपी पर बड़ा आरोप

बीजेपी के विधायक गुंडे लेकर आए ; किसान नेताओं का बीजेपी पर बड़ा आरोप






तकरीबन पिछले 60 दिन से अधिक का समय गुजर चुका है, किसानों का दिल्ली में आंदोलन जारी है । गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में जो उग्रता हुई, उसके बाद किसान और सरकार के बीच मामला और भी बिगड़ गया । गणतंत्र दिवस के बाद से दो किसान संगठनों ने अपना आंदोलन वापस भी ले लिया । कसास लगाए जा रहे थे के दिल्ली में लाल किले के अंदर हुए मामले के बाद किसान आंदोलन को कुछ भविष्य नही है । किसानों की संख्या भी गाजीपुर बाॅर्डर पर कम थी । रिपोर्ट्स के मुताबिक 28 जनवरी के शाम को गाजीपुर बाॅर्डर पर बहोत बड़ा पुलिस बल तैनात था ।  किसानों के मुताबिक उन्हें पुलिस वालों की और से धमकाया भी गया । लेकिन किसानों के वापस लौटने के बाद पुलिस बल भी हटा दिया गया ।

भारतीय किसान युनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत के भावनात्मक अपील के बाद गाजीपुर बाॅर्डर पर किसानों का जमावड़ा फिर से शुरू हो चुका है । पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और अनेक राज्यों से किसानों ने दिल्ली में फिर से जुटना शुरू किया है । राकेश टिकैत यहाँ अनशन पर बैठे हुए है ।

रोकेश टिकैत ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा की, उनकी और से गिरफ्तार नही दि जाएगी । हमे पता है के गिरफ्तार देने से क्या होगा । टिकैत कह रहे है के "हम आंदोलन स्थल से कहीं नहीं जाएँगे और आंदोलन तिनों कृषि कानूनों को वापस लिए बगेर खत्म भक्त नही होगा ।"

बीजेपी के विधायक गुंडे लेकर आए :


गाजीपुर बाॅर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों ने आरोप लगाया के 28 जनवरी के शाम में बीजेपी के दो विधायक 200-300 गुंडों के साथ आए थे ताकी किसानों को पीट-पीट कर भगा दें ।

तराई किसान संगठन के अध्यक्ष तजिंदर सिंह विर्क ने मीडिया से बात करते हुए कहा की, पानी, लाईट और सफाई बंद करने की सरकार दबाव बना रही है । सरकार इस आंदोलन की जगह को खाली करने के लिए अल्टीमेटम दे रही है । कहा जा रहा की, आप खाली करिए या हम खाली कराएंगे ।

उन्होंने आगे कहा कि, सरकार की एजंसियों ने लोगों के बीच घुसकर उन्हें भयभीत करने का काम किया । किसानों से कहा गया की, यहाँ गोलियां चल सकती है, दंगे हो सकते है । इसलिए कुछ लोगों ने यहाँ से जाने का निर्णय लिया । लेकिन नेतृत्व कि बात सुनकर सब लोग लौट रहे है ।

किसान आरोप लगा रहे है के, बीजेपी के एजेंटों ने ही लाल किले पर झंडा लगाया था । और वहाँ हिंसा करने को कोशिश की थी । 

अपडेट : (03:00 PM)

समाचार एजेंसी एएनआय के मुताबिक, सिंघु बाॅर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ़ प्रदर्शन कर रहे किसानों और खुद को स्थानीय बताने वालोँ के बीच झड़प हुई है । शुक्रवार दोपहर को यह मामला सामने आया है । इस जगह पत्थरबाजी भी हुई है । पुलिस को दोनों पक्षों को अलग करने के लिए लाठी चार्ज और आँसु गैस के गोले छोड़े गए ।


सिंघुबार्डर पर हुई झड़प में अलीपुर के एचयसओ घायल हुए है ।

इसके साथ ही टीकरी बाॅर्डर पर भी माहौल तनावपूर्ण है । खुद को स्थानीय बताने वालें लोग जोरदार नारेबाजी कर रहे है । पुलिस ने यहाँ भी आँसूं गैस के गोलों का इस्तेमाल किया है ।



सिंघु बार्डर और टीकरी बाॅर्डर पर फिलहाल स्थिति तनावपूर्ण है । 





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