राम मंदिर भुमी पुजन का कार्यक्रम एक व्यक्ति और एक पार्टी केंद्रित : शिवसेना

राम मंदिर भुमी पुजन का कार्यक्रम एक व्यक्ति और एक पार्टी केंद्रित : शिवसेना

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आज 5 अगस्त को अयोध्या मे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा राम मंदिर भुमी पुजन का कार्यक्रम संपन्न हुआ । इस कार्यक्रम मे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अजय सिंह बिष्ट, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्य पुजारी समेत अन्य लोग शामिल थे ।

अनेक हिंदुत्ववादी नेताओं की यह राह थी के राम मंदिर भुमी पुजन का कार्यक्रम सभी राम भक्तों के साथ भव्य तौर पर किया जाए देश के हिंदु समुदाय की आस्था इस कार्यक्रम और मंदिर से जुड़ी हुई है ।
अभी कोरोना के चलते यह मुमकिन नही था के वहाँ लाखों की भिड़ जुटाइ जाए कुछ वक़्त रूककर यह कार्यक्रम भव्य स्वरूप मे किया जाए ऐसी भावना प्रकट हो रही थी ।




शिवसेना के मुखपत्र सामना मे आलोचना करते हुए कहा गया के जो लोग भुमी पुजन के वक़्त कारसेवकों का बलिदान भुल गए वह रामद्रोही है । राम मंदिर और भुमी पुजन पुरे देश के हिंदुओं का कार्यक्रम है इसका श्रेय किसी भी एक व्यक्ति और एक पार्टी को नही लेना चाहिए ।

सामना मे कहा गया है के राम मंदिर भुमी पुजन का कार्यक्रम पुरी तरह से एक व्यक्ति और एक पार्टी केंद्रित कार्यक्रम है ।

अयोध्या मामले पर फैसला देने वाले चीफ जस्टिस रंजन गोगोई को ना बुलाए जाने पर शिवसेना ने निशाना साधा है और साथ ही बाबरी मस्जिद गिराने मे शिवसेना की उसमे प्रमुख भुमीका थी फिर भी शिवसेना को इस कार्यक्रम मे आमंत्रित नही करने पर नाराजगी जाहिर की गई है ।


राम मंदिर के फैसले पर प्रकाश आंबेडकर ने क्या कहा ?

http://www.khadebol.in/2020/08/blog-post_62.html

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