पश्चिम बंगाल के चुनाव में शरद पवार की वजह से बीजेपी की करारी हार ?

पश्चिम बंगाल के चुनाव में बीजेपी शरद पवार की वजह से हारी :


पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने बड़ी ऐतिहासिक जीत हासिल की है । एक दशक से पश्चिम बंगाल में राज कर रही ममता बनर्जी अपने तीसरे कार्यकाल के लिए फिर से बहुमत को हासिल कर बीजेपी को करारी शिकस्त दी है । बीजेपी के और से अपनाए गए सभी हथकंडों को ममता बनर्जी ने स्पेशल धुल चटा दी । फिर चाहे वह बीजेपी का हिंदुत्व को सामने रखकर चुनाव लड़ना हो या फिर भ्रष्टाचार, तानाशाही, गुंडागर्दी और ऐसे अनेक मुद्दों को लेकर बीजेपी, ममता बनर्जी के सामने कड़ी चुनौती तैयार की थी । लेकिन बीजेपी की यह सब चुनौतीयाँ-योजनाओं को ममता बनर्जी ने स्पेशल फेल कर दिया ।




बीजेपी महासचिव तथा बीजेपी के पश्चिम बंगाल चुनाव प्रमुख कैलास विजयवर्गीय ने मीडिया से बात करते हुए कहा है की, ममता बनर्जी के जितने के पिछे एनसीपी (NCP) प्रमुख शरद पवार की अद्रश्य ताकत ने काम किया । उन्होनें कहा कि, पश्चिम बंगाल में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा क्योंकि लेफ्ट और काँग्रेस ने पश्चिम बंगाल में  सही से चुनाव में हिस्सा नही लिया । बीजेपी को हराने के लिए काँग्रेस और लेफ्ट ने अपने पार्टी को ध्वस्त कर दिया याने अपने वजूद को मिटा दिया । यह चुनाव सिर्फ तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के दरम्यान ही लड़ा गया ।

ममता बनर्जी ने पत्र लिखकर सभी विषक्षी दलों को बीजेपी के खिलाफ़ खड़े रहने का आवाहन किया था । इसे अमल में लाने में एनसीपी नेता शरद पवार का बहोत बड़ा हाथ था ।
राहुल गाँधी ने कोरोना का हवाला देकर पश्चिम बंगाल में अपने आप को चुनाव से दूर रखा । अधिर रंजन चौधरी और अनेक लेफ्ट के बड़े नेताओं ने खुद को क्वारंटाइन कर लिया । यह बीजेपी के सभी विरोधी दल एक होने का सबूत है ।


अगर कोई नेता महाराष्ट्र में बैठकर पश्चिम बंगाल कै चुनाओं के नतीजों को पलट सकता है तो यह बहोत बड़ी बात है ।



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