यूपी पुलीस की बर्बरता, बाइक चोरी के शक में युवक को थर्ड डीग्री टॉर्चर
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उत्तर प्रदेश के बदायूं (Budaun, Uttar Pradesh) से पुलिस कस्टडी में हैवानियत का एक मामला सामने आया है । 2 मई को बाइक चोरी के शक में पहले उसके साथ बर्बरता की गई और थर्ड डीग्री टॉर्चर किया गया फिर उसी से 5 हजार ₹ की रिश्वत लेकर छोड दिया गया ।
जैसे यह मामला गरमाया तब जाँच कर चौकी इंचार्ज समेत 4 सिपाही और 2 अज्ञात लोंगो के खिलाफ FIR दर्ज की
उत्तर प्रदेश के बदायूं (Budaun, Uttar Pradesh) से पुलिस कस्टडी में हैवानियत का एक मामला सामने आया है । 2 मई को बाइक चोरी के शक में पहले उसके साथ बर्बरता की गई और थर्ड डीग्री टॉर्चर किया गया फिर उसी से 5 हजार ₹ की रिश्वत लेकर छोड दिया गया ।
जैसे यह मामला गरमाया तब जाँच कर चौकी इंचार्ज समेत 4 सिपाही और 2 अज्ञात लोंगो के खिलाफ FIR दर्ज की
गई । सातों पर धारा 338, 323, 506, 147 और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत यह प्राथमिकी दर्ज की गयी
है ।
रिहान के परिजनों ने आरोप लगाए की, युवक के साथ थाने बर्बरता की गई और उसे करंट लगाया गया । उसके प्रायवेट पार्ट मे डंडा डाला गया, उसे बेरहमी से पीटा गया । जब उसे दौरे आने लगे तब अस्पताल में भर्ती कराया गया । उसे अस्पताल मे ले जाते वक्त विडियो बहोत वायरल हुआ और उसकी तबीयत बहोत खराब दिख रही है । रिहान के परिवार वालों ने पुलिस के बडे पुलिस अधिकारियों से शिकायत कर दी ।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक पीड़ित की भाभी ने बताया, पुलिस ने रिहान को गिरफ्तार किया और बेहरहमी से मारपीट और अत्याचार किए । उसके बाद जब पता चला कि गलत शख्स को उठा लिया है तो छोड़ दिया । वहीं रिहान का इलाज कर रहे डॉक्टर का कहना है कि उसे दौरे इसलिए आ रहे हैं क्योंकि उसके नर्वस सिस्टम पर असर पड़ा है और इस असर की वजह शायद करंट लगना है ।
AIMIM के राष्ट्रीय अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असद औवेसी ने ट्विटर पर ट्विट कर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पीड़ित के इलाज का खर्चा और जल्द से जल्द मुआवजा देने को कहा है ।
उन्होंन कहा की, बाबा की ठोक दो नीति की वजह से पुलिस वालों को लगने लगा है कि क़ानून उन पर लागू ही नहीं होता।मुसलमानों और ग़रीबों के ख़िलाफ़ हिरासती हिंसा और पुलिस बर्बरता की खबरें आम हैं।
उन्होंने लिखा है के, पुलिस वालों पर कमजोर धाराएं लगाई गई हैं । क्या इन पर रासुका नहीं लगेगा? धारा 307 (हत्या का प्रयास) के तहत कार्यवाही होनी चाहिए ।
बदायूं के SP सिटी, प्रवीण सिंह चौहान ने बताया,
शुरुआती जांच में पुलिसकर्मियों पर ये आरोप सही पाए गए हैं । आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। उन्हें सस्पेंड करने की प्रक्रिया जारी है । आगे निष्पक्ष जांच कराई जाएगी ।
रिहान के परिजनों ने आरोप लगाए की, युवक के साथ थाने बर्बरता की गई और उसे करंट लगाया गया । उसके प्रायवेट पार्ट मे डंडा डाला गया, उसे बेरहमी से पीटा गया । जब उसे दौरे आने लगे तब अस्पताल में भर्ती कराया गया । उसे अस्पताल मे ले जाते वक्त विडियो बहोत वायरल हुआ और उसकी तबीयत बहोत खराब दिख रही है । रिहान के परिवार वालों ने पुलिस के बडे पुलिस अधिकारियों से शिकायत कर दी ।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक पीड़ित की भाभी ने बताया, पुलिस ने रिहान को गिरफ्तार किया और बेहरहमी से मारपीट और अत्याचार किए । उसके बाद जब पता चला कि गलत शख्स को उठा लिया है तो छोड़ दिया । वहीं रिहान का इलाज कर रहे डॉक्टर का कहना है कि उसे दौरे इसलिए आ रहे हैं क्योंकि उसके नर्वस सिस्टम पर असर पड़ा है और इस असर की वजह शायद करंट लगना है ।
AIMIM के राष्ट्रीय अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असद औवेसी ने ट्विटर पर ट्विट कर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पीड़ित के इलाज का खर्चा और जल्द से जल्द मुआवजा देने को कहा है ।
उन्होंन कहा की, बाबा की ठोक दो नीति की वजह से पुलिस वालों को लगने लगा है कि क़ानून उन पर लागू ही नहीं होता।मुसलमानों और ग़रीबों के ख़िलाफ़ हिरासती हिंसा और पुलिस बर्बरता की खबरें आम हैं।
उन्होंने लिखा है के, पुलिस वालों पर कमजोर धाराएं लगाई गई हैं । क्या इन पर रासुका नहीं लगेगा? धारा 307 (हत्या का प्रयास) के तहत कार्यवाही होनी चाहिए ।
बाबा की ठोक दो नीति की वजह से पुलिस वालों को लगने लगा है कि क़ानून उन पर लागू ही नहीं होता।मुसलमानों और ग़रीबों के ख़िलाफ़ हिरासती हिंसा और पुलिस बर्बरता की खबरें आम हैं। @myogiadityanath पीड़ित के इलाज का खर्चा सरकार को उठाना चाहिए, जल्द से जल्द मुआवजा देना ज़रूरी है। 1/2 https://t.co/MQOp8yfQQw
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) June 5, 2022
बदायूं के SP सिटी, प्रवीण सिंह चौहान ने बताया,
शुरुआती जांच में पुलिसकर्मियों पर ये आरोप सही पाए गए हैं । आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। उन्हें सस्पेंड करने की प्रक्रिया जारी है । आगे निष्पक्ष जांच कराई जाएगी ।
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