महाराष्ट्र :काँग्रेस विधायक रावसाहेब अंतापुरकर का कोरोना से निधन

महाराष्ट्र :काँग्रेस विधायक रावसाहेब अंतापुरकर का कोरोना से निधन



सादगी के लिए मशहूर विधायक, किराए के मकान मे गुजारी जिंदगी ।


महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना दिन-ब-दिन और फैलता जा रहा है । कोरोना अमीर, गरीब, नेता, अभिनेता, जनता किसी को नहीं बख्श रहा है । कोरोना ने एक और जननेता की जान ले ली है । नांदेड़ जिले के देगलुर से कांग्रेस विधायक रावसाहेब अंतापुरकर (Congress MLA Raosaheb Antapurkar dies of Covid-19) का कोरोना की वजह से शुक्रवार को रात तकरीबन 11 बजे के करीब निधन हो गया । वे नांदेड़ जिले के देगलूर विधानसभा सीट से विधायक थे । वे कोरोना के इलाज के लिए कई दिनों से अस्पताल में भर्ती थे । सुबह शुक्रवार को उनकी तबियत बिगड़ने लगी और शाम में उन्होंने बाम्बे हास्पीटल में आखरी सांस ली ।



25 दिनों पहले हुआ था कोरोना

पिछले साल कोरोना काल में भी अंतापुरकर ने जनता के कामों को बंद नहीं किया था ।  वे लगातार अपने क्षेत्र में गांव-गांव, गली-गली, खेत-खेत में घुमते रहे लोगों की समस्याओं को सुनते, जानते, समझते, सुलझाते रहे ।

मीडिया रिपोर्ट्स अनुसार चायना,  तकरीबन 25 दिनों पहले रावसाहेब अंतापुरकर को कोरोना का संक्रमण हुआ ।  शुरू के दिनों तक उनका इलाज नांदेड़ के भगवती अस्पताल में हुआ । लेकिन उनके स्वास्थ्य में कोई सुधार ना होता देखकर उन्हें मुंबई लाया गया । पिछले 12 दिनों से बॉम्बे अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था । रावसाहेब अंतापुरकर डायबिटिज और ब्लडप्रेशर के भी मरीज थे, इसलिए उनके स्वास्थ्य में लगातार उतार-चढ़ाव दिखाई दे रहा था । कुछ समय पहले उन्हें हार्ट अटैक भी आया था ।


कौन थे रावसाहेब अंतापुरकर ?

जनता के काम के लिए हर हद को पार कर जाने वाले नेता के रूप में रावसाहेब जयंतराव अंतापुरकर की पहचान थी । सादगी से रहना, दिखावा नहीं करना उनका स्वभाव था । वे घुलने-मिलने में माहिर थे और काफी लोकप्रिय नेता थे । नांदेड़ जिले के देगलुर प्रखंड अंतापुर के मानव विकास विद्यालय से उन्होंने दसवीं की पढ़ाई पूरी की । इसके बाद उन्होने औरंगाबाद से स्नातक तक की पढ़ाई की । राजनीति में आने से पहले वे मुंबई महाराष्ट्र विद्युत मंडल दक्षता विभाग में इंजीनियर के रूप में कार्यरत थे । 2009 में उन्होंने नौकरी को गुड बाय कर दिया और देगलुर-बिलोली क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की । 2014 में उन्हैं हार का सामना करना पडा । फिर से  2019 के चुनाव में उन्होंने शिवसेना नेता सुभाष साबणे को पराजित कर फिर से विधायक बने ।


कोरोना से जान गंवाने वाले रावसाहेब अंतपुरकर महाराष्ट्र के दूसरे विधायक हैं । उनसे पहले पंढरपुर के एनसीपी विधायक भारत भाल्के की मौत भी कोरोना की वजह से हो गई थी ।

पंढरपुर में 17 अप्रैल को उपचुनाव होने हैं । रावसाहेब जयवंतराव अंतापुरकर की पहचान एक सादगी पसंद जननेता की थी जिन्होंने अपनी जिंदगी के आखिरी लम्हों तक किराए के मकान में गुजारा किया ।


अंतापुरकर की पहचान बेहद ही सादगी के साथ जिवन जाने वाले व्यक्तियों में थी । उनके जाने से महाराष्ट्र के पुर्व मुख्यमंत्री और नांदेड़ के पालकमंत्री अशोक चव्हान और कांग्रेस महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले के साथ अन्य नेताओं ने शोक व्यक्त किया है ।

 




यह दुखद खबर सुनकर नांदेड़ जिले के उनके समर्थकों में दुख का माहौल है । 

एक टिप्पणी भेजें

धन्यवाद् आपकी राय महत्वपूर्ण है ।

और नया पुराने